Menu
blogid : 20809 postid : 858838

जय हिंदी, जय भारत।

prawahit pushp!
prawahit pushp!
  • 26 Posts
  • 50 Comments

जय हिंदी, जय भारत।

हिंदी पुस्तकें बैठी है..
धरने पर.. जंतर मंतर।
हमारी मांगें पूरी करो..
कह रही चिल्ला चिल्ला कर।
निवेदन कर रही..
भारत सरकार से..
सभी भारतवासी..
आम और खास जनों से..

मांगें वैसे तो है बहुत सारी…
लेकिन समेट लेंगे धरना जो..
एक अव्वल मांग हो पूरी।
एक अव्वल मांग है इतनी कि..
हिंदी की जय जय कार..
चाहे बाद में करो..
हमारे लिए पहले..
पाठक तैयार करो..

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh